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Success of Toppers


Hello users, 

 We are happy to introduce you to our Toppers who achieved their success with the best percentage of marks.

We also are going to serve them a scholarship for the best career of their Life.










Congratulations to All of you






जीत की सफलता की कहानी toppers की जुबानी :- 


आइये जानते हैं कि देश के ये होनहार   Toppers अपने जीवन मे क्या करना और बनना चाहते हैं ।

कक्षा 10 के    toppersसे एक मुलाकात :- 



 
कोमल गुप्ता - 85 % अंको से टॉप करने वाली कोमल गुप्ता कहती हैं , मैं अपनी सफलता का श्रेय मेरे मम्मी पापा और सभी शिक्षकों को देना चाहती हूँ और मेरा सपना सिविल इंजीनियर बनकर देश विदेश के इंजीनियर्स के साथ काम करने का है ।
कोमल WATER TREATMENT PLANT के लिए भी नए प्रकार की टेक्नोलॉजी पर कार्य करना चाहती हैं जिससे कि बारिश के जल को नालियों में बहने के जगह , घरों द्वारा ही भूमि में भेजा जा सके , जिससे पानी का स्तर ऊंचा उठ सके । इसके लिए वे सरकार को आवेदन भी करना चाहती हैं ।


कुशाग्र जैन - 84% अंक से टॉप करने वाले , कुशाग्र जैन कहते हैं कि वे अपनी सफलता का श्रेय माता पिता और शिक्षकों को देना चाहते हैं एवम  वे अपने पिता की तरह ही सेना  आर्मी में जाना चाहते हैं और सेना का अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं । 
कुशाग्र DEFENCE SYSTEM को अत्याधुनिक करना चाहते हैं , कुशाग्र को सेना में नेवी में जाने की प्रेरणा उनके भाई से उन्हें मिली है ।





अमन कुमार- 80% से टॉप करने वाले अमन कुमार अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता  और अपने शिक्षकों को देते हैं   ।
उनका सपना है कि वे वाणिज्य विषय का अध्ययन करके बैंकिंग प्रणाली से जुड़ना चाहते हैं , एवम देश का आर्थिक विकास करना चाहते हैं  , अमन पढ़ाई के साथ साथ देश विदेश की रोज की GK से भी हमेशा अपडेट रहते हैं एवम  AUTOMOBILE Industry की  BIKE एवम CAR की DESIGNING आदि में भी अत्यंत जानकारी व रुचि रखते हैं । वे  पढ़ने के साथ साथ English Language व extra developing skill भी सीख रहे है ।

शगुन भारती- 80% अंको से टॉप करने वाली शगुन भारती अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और अपने शिक्षकों को देती है , शगुन को अपने पिता की प्रेरणा से Medical व दवाओं आदि का ज्ञान बचपन से ही मिलता रहा है ,शगुन  को दवाइयों की बहुत जानकारी है । वे कहती हैं कि Doctor बनने का  लक्ष्य उन्हें उनके पिता से मिला है ,वे MBBS करके एक सफल डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं ,उनका सपना मेडिकल विभाग में नई दवाएं आदि की Research करने का है ,और वे मनुष्य की प्रतिरोधक क्षमता बढाने पर भी रिसर्च करना चाहती हैं  कि मनुष्य की प्रतिरोधक क्षमता को भविष्य की बीमारियों के लिए पहले से ही इंसान का शरीर तैयार रहे और निरोगी रह सके । वे अपनी इस नई सोच की रिसर्च से दुनिया के बड़े doctors में अपना नाम शामिल कराकर देश का और माता-पिता का सर गर्व से ऊंचा करना चाहती हैं ।

कोमल कुमारी- 80% अंको से टॉप करने वाली कोमल अपनी सफलता का श्रेय माता पिता और शिक्षकों को देती हैं , वे एक न्यूरो डॉक्टर बनना चाहती हैं उनका कहना है देश विदेश मे न्यूरो के डॉक्टर्स ज्यादा होने चाहिए । और वे डॉक्टर बनकर देश मे लोगो की फ्री में इलाज सेवा भी करना चाहती हैं ।
 MBBS डॉक्टर बनने का सपना लेकर वे अपनी मेहनत कर रही हैं ।

सिमरन शर्मा- 80% अंको की सफलता पाने वाली सिमरन अपने परिवार और शिक्षकों को सफलता का श्रेय देती हैं , 
सिमरन IAS बनने का सपना लेकर वे अपनी मेहनत कर रही हैं ।
IAS अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं 
और माता पिता को गर्व का सम्मान देना चाहती है ।


हिमांशु - 70% अंको से सफल हिमांशु अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता  और अपने शिक्षकों को देते हैं   ।
वे Commercre विषय मे अत्यधिक रुचि रखते हैं  एवम वे बैंकिंग प्रणाली में जुड़कर देश की आर्थिक सेवाओ में अपना योगदान देना चाहते हैं । 
भविष्य में हिमांशु एक सफल व्यावसायिक व्यक्ति भी बनना चाहते हैं । इसके लिए हिमांशु कक्षा 10 से ही commerce विषय से जुड़े हैं और वे सफलता प्राप्त करके अपने माता पिता को गर्व का सम्मान देना चाहते है ।

अनुषिका - 70% से उत्तीर्ण होने वाली अनुषिका अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता  और अपने शिक्षकों को देती है उनके जीवन का लक्ष्य MBBS करके एक सफल डॉक्टर बनने का है , वे अपनी इस सफलता के लिए अभी से ही प्रयास कर रही हैं उन्होंने NEET का कोर्स  talent sprint tech इंस्टिट्यूट के 2 वर्षीय क्लास प्रोग्राम भी जॉइन किया हुआ है । 
उनका लक्ष्य है कि वे एक बार मे ही NEET की मेडिकल परीक्षा टॉप करने का है जिसके लिये वे अपने शिक्षकों का आभार व्यक्त करती हैं ।


   
 रंजन - 70% अंको से सफल होने वाले रंजन बताते हैं कि उनका लक्ष्य 
Electronics Engineering करने का है वे अपने प्रतिशत अंको के लिए बताते है कि उनका लक्ष्य 80% का था परंतु किसी निजी कारण से वे कई दिन पढ़ाई नही कर सके । वे  इंस्टिट्यूट के कृष्णा सर का धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि 3 महीने में ही उन्हें इस लायक सर ने बनाया की उन्हें सफलता भी प्राप्त हुई और उन्हें सभी विषय बहुत अच्छे से समझ आये । रंजन कहते है कि कक्षा 12 में 90% अंको से सफल होकर वे अपने माता पिता  व शिक्षको को एकलव्य की भांति गुरुदक्षिणा देना चाहते हैं । रंजन पढ़ाई में बहुत ही अच्छे हैं ।
    



कक्षा 12 के  toppers से एक मुलाकात :- 


मौली गुप्ता - 86 % अंको से टॉप करने वाली Mauli कहती हैं , वे अपनी सफलता का श्रेय मेरे मम्मी पापा और शिक्षकों को देना चाहती हूँ उनका सपना रेलवे में अपने पिता की तरह ही इंजीनियर बनने का है  । वे कहती हैं कि इंजीनियर बनने का जुनून है , उन्हें अपने इंजीनियर में सफल होने का पूरा भरोसा है । 
वे अपने  माता पिता को गर्व का सम्मान देना चाहती है ।




तमरीन नाजमी - 84% अंक से टॉप करने तमरीन कहती हैं कि वे अपनी सफलता का श्रेय माता पिता और शिक्षकों को देना चाहती हैं , MBBS डॉक्टर बनने का सपना लेकर वे अपनी मेहनत कर रही हैं । और वे डॉक्टर बनकर देश के लोगो का इलाज करने के लिए अपना एक हॉस्पिटल भी बनाने की इच्छा रखती है । वे कहती हैं कि कक्षा 10 से ही उन्होंने NEET की पढ़ाई करनी शुरू कर दी है और वे डॉक्टर बनने के सपने को सच करने के लिए रोज मेहनत करती हैं ।

तनिष्का नाग - 83% से टॉप करने वाली तनिष्का नाग अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और शिक्षकों को देती हैं उनका सपना है कि वे एक सफल कंप्यूटर साइंस इंजीनियर बनना चाहती हैं और वे  भारत स्तर पर हुए SELECTION में IIM द्वारा DIGITAL INDIA में कई बार अपने IDEAS देकर चुनी भी जा चुकी हैं इसका श्रेय वो अपने INSTITUTE के कृष्णा सर को देना चाहती हैं कि उनके मार्गदर्शन से ही ये सफलता इन्हें मिली है ।

 
ज़ेबा परवीन - 83% अंको से टॉप करने वाली  ज़ेबा अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और अपने शिक्षकों को देती है , वे एक सफल डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं ,   एवम उनका सपना नई दवाएं आदि की Research करने का है वे MBBS करने का लक्ष्य प्राप्त करना चाहती हैं । वे अपने MBBS लक्ष्य के लिए अपने कृष्णा सर को धन्यवाद देते हुए कहती हैं कि उनकी सफलता के लिए MOTIVATION उन्हे उनके सर से मिला है आज वे अपनी सफलता अपने सर को देते हुए कहती हैं कि जब वे थक जाती थी मेहनत से तब उन्हें सर की एक बात याद आती थी कि

'जीतने का जुनून भी जुनून से आता है 
     और वो जुनून आपकी मेहनत के सुकून से आता है ।"

देव गुप्ता - 81% अंको से टॉप करने वाले देव अपनी सफलता का श्रेय माता पिता और शिक्षकों को देते हैं , देव का सपना SOFTWARE DEVELOPER  बनने का है , IT SECTOR की रुचि रखने वाले देव भी कृष्णा सर को धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि आज DIGITAL INDIA की power से वे online industry में App develop करके IT SECTOR में रहकर ONLINE BUSINESS एव SOFTWARE ENGINEER बनना चाहते हैं 

कनिष्का सोनकर - 80% अंको से सफलता पाने वाली कनिष्का अपने परिवार एवम शिक्षकों को सफलता का श्रेय देती हैं , वे कहती हैं कि उन्हें PCS अधिकारी बनने का जुनून है , उन्हें अपने PCS में सफल होने का पूरा भरोसा है । वे कृष्णा सर को भी धन्यवाद देते हुए अपना आभार व्यक्त करते हुए कहती हैं कि उन्हें कक्षा 10 में सही मार्गदर्शन और उनके भविष्य एवम  सफलता की दूरदर्शिता का मार्गदर्शन बहुत आवश्यक साबित हुआ । वे PCS अधिकारी बनकर  सफल होकर अपने माता पिता एवम देश को गौरवान्वित करने की इच्छाशक्ति भी चाहती हैं ।





शिवांशी - 75% अंको से सफल होने वाली शिवांशी अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता व शिक्षकों को देती हैं । शिवांशी का लक्ष्य सॉफ्टवेयर इंजीनियर व एक DEVELOPER बनने का है ।  वे बताती हैं उन्हें COMPUTER से बहुत लगाव है वे रोजाना TECHNOLOGY से जुड़ गया हासिल करती हैं , इसके लिए वे अपने शिक्षकों को श्रेय देते हुए कहती हैं कि शिक्षकों ने  उन्हें  कक्षा6 के बेसिक से पढाकर तैयार किया है । वे MATHS व COMPUTER की पढ़ाई में अत्यधिक रुचि रखती हैं उन्हें TECHNOLOGY व कोडिंग  करना बहुत अच्छा लगता है । 


अभिषेक - 76% अंको से सफल होने वाले अभिषेक कहते हैं कि उनका सपना एक वैज्ञानिक बनने का है वे PHYSICS विषय मे बहुत ही गुणी हैं उन्होंने बताया कि उन्होंने इंस्टीट्यूट के शिक्षकों का साथ लिया एवम उन्हें कृष्णा सर ने भी मार्गदर्शन दिया । अभिषेक बताते हैं उन्होंने कई रिसर्च भी की हुई हैं वे अपनी इस रिसर्च के लिए अपने शिक्षकों को धन्यवाद देते हैं । वे भारत की रिसर्च सेंटर ISRO में वैज्ञानिक के रूप में कार्य करना चाहते हैं ।











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